रिम्स प्रबंधन को उस समय राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की नाराजगी का सामना करना पड़ा जब रिम्स अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप पेइंग वार्ड के चौथे फ्लोर को कोरोना वायरस के एक संदिग्ध रोगी के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाने की योजना के लिए पेइंग वार्ड पहुंचे थे। इसी पेइंग वार्ड के पहले फ्लोर पर भर्ती राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने रिम्स अधीक्षक और निदेशक से अपनी आपत्ति जताई। इसके बाद रिम्स प्रबंधन को अपने पैर पीछे खींचने पड़ गए। रिम्स प्रबंधन मरीज को पेईंग वार्ड में रखना चाहता था। बुधवार को कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिए जाने के बाद रांची के रहने वाले पति-पत्नी और पलामू के एक संदिग्ध को रिम्स में भर्ती किया गया था। हालांकि रांची निवासी दोनों संदिग्ध सैंपल देने के बाद रिम्स से चले गए, जबकि पलामू के निवासी 42 वर्षीय मरीज को डॉ. विद्यापति की यूनिट में भर्ती किया गया। रिम्स प्रबंधन मरीज को पेईंग वार्ड में चौथे फ्लोर पर एक अलग कमरे में रखना चाह रहा था। रिम्स अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने पेइंग वार्ड जाकर स्थल का निरीक्षण भी किया लेकिन सूत्रों का कहना है कि लालू को जब पेइंग वार्ड में कोरोना के संदिग्ध को रखे जाने की सूचना मिली तो वह बिफर पड़े, जिसके बाद रिम्स अधीक्षक को अपने कदम पीछे खींचने पड़े। " alt="" aria-hidden="true" />
कोरोना से डरे लालू, वार्ड में संदिग्ध रोगी को रखने से रोका